Friday 30 August 2019

Dr Aneel Kashi Murarka, a well-known philanthropist and social-worker, sends flood relief material and life-saving medicines to Kolhapur through his social organisation Ample Missiion for the flood affected people.
Audiologist-Speech Therapist Devangi Dalal’s featured in Mail Today from the India Today Group.
#Audiology #Speech #Therapy #Interview #Feature #MailToday #IndiaToday #Hearing #Impairment #Positive #Attitude

Thursday 29 August 2019

मिलिए मनोरंजन के ज़रिए समाज के उत्थान में यकीं रखनेवाले उद्यमी अजय हरिनाथ सिंह से



जब बात हो सिंह ऐंड सन्स की, तो उद्यमिता और उदारता का अनोखा संगम देखने को मिलता है और हालिमें इनके सर और एक ताज चढा जब कंपनी के युवा  प्रतिभावान वंशज अजय हरिनाथ सिंह को टाइम्स पावर मैन और यंग आइकॉनिक आंत्रप्योनोर अवॉर्ड्स से नवाज़ा गया। 

अजय हरिनाथ सिंह कहते हैं कि, "लम्बे समय तक नेटफ़्लिक्स (अमेरिका) के‌ राजीव, झी५ की रेशमी और ज़ी एंटरटेनमेंट से उनकी कंपनी के बढ़िया संबंध रहे हैं। ऐसे में अब हम चीन, कोरिया, जापान, चेक रिपब्लिक, जॉर्जिया में पैर पसारने के लिए प्रेरित हुए हैं। इसके अलावा, हम भारत और विदेशों में भी फ़िल्मसिटी की स्थापना, डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म के विस्तार की कोशिशों में लगे हुए हैं।"

देश के एक बेहद शक्तिशाली परिवारों में से एक से ताल्लुक होने‌ के बावजूद अजय हरिनाथ सिंह ने विभिन्न कंपनियों में काम किया। भारतीय उद्यमिता के प्रति अपनी भूख को सामने लाते हुए उन्होंने डारविन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ की स्थापना की, जिसमें प्राथमिक रूप से तेल, MiG और एयरक्राफ़्ट सेवा और अन्य हथियारों के बाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। कंपनी ने‌ जल्द ही बैंकिंग, फ़ार्मास्युटिकल्स, फ़ाइनांस, खनन, सूचना प्रौद्योगिकी, हवाई सवाओं स्वास्थ्य संबंधी क्षेत्रों में ख़ुद को स्थापित कर लिया। फ़िलहाल अजय हरिनाथ सिंह डारविन प्लेटफॉर्म समूह के मालिक है और कंपनी पर ९६% मालिकाना हक़ उनका है।


रशियन इंटरनैशनल फ़ैमिली फ़िल्म्स फ़ेस्टिवल  की जूरी के सदस्य, डार्विन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ (DPGC) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हरिनाथ सिंह ने दो न्यूज़ मीडिया में निवेश किया है जबकि वो भारत के टॉप ५ फ़िल्म प्रोडक्शन हाउस में से दो का बड़ा आर्थिक आधार हैं। जिनमें कुल ४३ फ़िल्मों का समावेश हैं। इनमें से तीन फ़िल्में ऐसी रही हैं, जिनका शुमार भारत की तीन सबसे महंगी फ़िल्मों में होता है। वो अब ख़ुद ही मुख्यधारा के व्यवसायिक कंटेट के निर्माण के क्षेत्र में कदम रखने जा रहे हैं, जिससें सिनेमा, टीवी, वेब के लिए कंटेट का निर्माण शामिल है। इसके लिए वे ख़ुद ही एक मीडिया हाउस खोलने‌ जा रहे हैं जिसके प्रमुख हैं DPGC ग्रुप सीओओ डॉ. फ़रहाद विजय अरोड़ा जो फ़िल्म स्टार विजय अरोड़ा और पूर्व मिस इंडिया दिलबर दिबेरा के बेटे भी हैं।

फ़िलहाल उनका प्रोडक्शन हाउस 'द राइज़ ऑफ़ मंगोल' नामक फ़िल्म बनाने जा रहा है, जो अभी निर्माण स्टेज में है। ये तीन हिस्सों में चंगेज़ ख़ान पर बननेवाली बायोपिक है, जिन्हें इतिहास का सबसे बड़ा मुगल बादशाह माना जाता था। इस बहुभाषी फिल्म को हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू और अन्य भाषाओं में भी रिलीज़ किया जाएगा। इसके अलावा, समानांतर सिनेमा‌ कि श्रेणी में आनेवाली फ़िल्में भी रिलीज़ के लिए तैयार हैं जिनमें तेरा क्या होगा लम्बोदर, अज़ीजन और वॅलेट पार्किंग का शुमार है। कंपनी कंगना राणावत स्टारर धाकड़ के निर्माण को लेकर भी विचार कर रही है जो २०२० में दीवाली के मौके पर रिलीज़ की जाएगी। इसके अलावा तीन और फ़िल्में भी प्री-प्रोडक्शन स्टेज पर हैं जिनके नाम‌ हैं रिक्शा, लेडी लक और एंड-योर-एक्स। डॉ. फ़रहाद विजय अरोड़ा कहते हैं, "उचित तरीके का मनोरंजन लोगों को प्रेरित और उन्हें ख़ुश‌ करने का सही माध्यम है। इससे न सिर्फ़ देश के जनता की भलाई होती है, बल्कि ये देश की प्रगति और मानवता के विकास में अपना अहम योगदान देता है।"

 DPGC ग्रुप के‌‌‌ सीएफ़ओ हरेश महापात्रा का कहना है, "सामाजिक-आर्थिक दृष्टि से हम भारतीय मनोरंजन जगत के होलिस्टिक ग्रोथ की संभावनाएं देख रहे हैं, जिसका विस्तार एक संगठित और सुरक्षित इंडस्ट्री के रूप में किया जाएगा। इससे न सिर्फ़ रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि नई प्रतिभाओं को भी उभरने का मौका‌ मिलेगा। इस तरह से तमाम लोगों का मनोरंजन होगा और उन्हें ख़ुश रखने में सफलता भी मिलेगी, जिसका‌ सकारात्मक परिणाम भारत के जीडीपी‌ पर भी देखने को मिलेगा।"

डारविन प्लेटफॉर्म ग्रुप की सभी १९ कंपनियां सार्वजनिक रूप से लिस्टेड कंपनियां हैं और ये समूह शुरू से ही एक ऋण-विहीन समूह रहा है। इसका कुल टर्नओवर ४१००० करोड़ रुपये है। कंपनी‌ की मौजूदगी हॉलीवुड, बॉलीवुड और रूसी फ़िल्मों में है। उल्लेखनीय है कि डारविन प्लेटफॉर्म मास मीडिया का कुल टर्नओवर २८९ करोड़ रुपये है। कंपनी का मक़सद किफ़ायती दामों पर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को फ़ायनांस मुहैया कराना है ताक़ि ऐसा कर‌के वो अच्छे कंटेट के निर्माण में  सहयोग प्रदान करना चाहते हैं।

DPGC ग्रुप के सीईओ राहुल गणपुले कहते हैं, "DPGC के‌ आने से‌ सभी सेक्टर‌ में बड़े पैमाने‌ पर बदलाव देखने को मिलेगा। कंपनी‌ के पास बेहद अनुभवी लीगल टीम भी है, जिसके नेतृत्व की कमान है रोहित जैन और गौरव जैन के हाथों में। इस कंपनी‌ में मानद सदस्य के रूप में सुप्रीम कोर्ट के दो सेवानिवृत्त जज बतौर सलाहकार अपनी सेवाएं दे रहे हैं, तो वहीं हाई कोर्ट के तीन जज भी सलाहकार की हैसियत से रखे गयें हैं।" उल्लेखनीय है कि डारविन प्लेटफॉर्म और सरकारी परियोजनाओं से जुड़े सेक्टर की ज़िम्मेदारी मोहम्मद अनवर बावला पर है। डायवर्सिफ़ाइड आईटी व सेल्स टीम‌ की बागडोर दीपक जांगरा, शिव चरण और राकेश विश्वकर्मा के हाथों में है।

ग़ौरतलब है कि हाल ही के दिनों में अजय हरिनाथ सिंह ने कई सामाजिक कार्यों के लिए भी ख़ासा वक्त दिया है, जिसमें देश और विदेश दोनों जगहों पर ऐसे कार्यों को अंजाम देना शामिल है। अजय हरिनाथ सिंह कहते हैं, "इतनी‌ कामयाबी हासिल करने के बाद भी मेरी ख़ुशी इस बात में है कि मैं समाज के उत्थान और उसकी ख़ुशहाली में किसी तरह सहयोग कर सकूं।" समाज कार्य के रूप में ज़रूरतमंदों तक खाना पहुंचाने के लिए 'द अजय हरिनाथ सिंह फ़ाउंडेशन' (AHSF) की स्थापना भारत में की गयी ताक़ि बेसहारा और लाचार लोगों को भूखा न सोना‌ पड़े। इसने अपने‌ फ़ूड किचन्स अब लंदन (यूके) और फ़िलेडेल्फ़िया (अमेरिका) जैसे देशों में भी खोल लिये हैं। इनके ज़रिए ३००० ज़रूरमंद लोगों तक शाकाहारी भोजन पहुंचाया जाता है। इसके अलावा, कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी के तहत डारविन ग्रुप ब्रांच ने‌ विशेष योजना के तहत लातूर (महाराष्ट्र) और भुज (गुजरात) में कम क़ीमत पर अस्पताल बनाने में कामयाबी हासिल की। २५० करोड़ रुपये की निधि इकट्ठा करनेवाले इन अस्पतालों का उद्देश्य कम आयवाले परिवारों को गुणवत्तापूर्ण और कम ख़र्च में हासिल की जानेवाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलबद्ध कराना है। 

मनोरंजन जगत में भूचाल लाने वाले बहुमुखी प्रतिभा के धनी अजय हरिनाथ सिंह की कंपनी ने एक लम्बा सफ़र तय किया है। इसने १९३० में क्षेत्रीय बैंकिंग से लेकर खनन व तेल, शिपिंग लॉजिस्टिक व एयरलाइन, खेती, ऊर्जा, जनसंचार माध्यम, फार्मास्युटिकल्स, आईटी, शिक्षा, बैंकिंग और एकीकृत फ़ाइनेंसिंग के क्षेत्र में ख़ासी पहचान हासिल की है और ये कंपनी एक ऋण-विहीन समूह के रूप में उभरी। 

अजय हरिनाथ सिंह दिनों-दिन ऐसी ही तरक़्क़ी करें, यही हमारी शुभकामनाएं हैं!

Wednesday 28 August 2019

प्रख्यात गायक सुदेश भोसले यांच्या नुकत्याच उदघाटन झालेल्या 'ग्रॅव्हिटी स्टुडिओ' मध्ये झाले 'उलटे' चित्रपटाचे म्युजिक लाँच! सुदेश भोसले यांच्या समवेत अभिनेता अरुण बख्शी, आदि ईरानी, मुश्ताक खान, जीत उपेंद्र, फिरोज ईरानी, निर्माती हेमांगिनी पटाडीया, लेखक-निर्देशक मनोज नाथवानी आणि जीत कुमार यांनी कार्यक्रमास उपस्थिती दर्शवून कार्यक्रमाची शोभा वाढवली.



प्रख्यात गायक सुदेश भोसले यांनी त्यांच्या ड्रीम प्रोजेक्टचीही ह्यावेळी ओळख करून दिली, आणि ह्या ड्रीम प्रोजेक्ट चे नाव आहे 'ग्रॅव्हिटी स्टूडिओ'. हा एक लाइव रूमबरोबर-एक फीचर-समृद्ध रेकॉर्डिंग स्टूडियो आहे, यावेळी येथे हिंदी चित्रपट "उलटे" चे म्युजिक लाँच पार पडले. 'उलटे' ह्या चित्रपटाची कथा एक सामान्य ग्रामीण व्यक्तीबद्दल आहे, ज्याचे चित्रपटातील नाव आहे उत्तमराव लक्ष्मण तेंडुलकर, जो त्याच्या प्रामाणिक व स्पष्टवक्ते चरित्रामुळे प्रत्येकाच्या विनोदांचे पात्र बनतो. ही कथा एक नवीन वळण घेते जेव्हा त्याला बनावटी मतदाराबद्दल कळते आणि या फसवणुकीचा पर्दाफाश करण्याचा तो  निर्णय घेतो. हे सत्य समोर आणताना त्याला ज्या मार्गावरून आणि संकटातून जावे लागते ती कहाणी उलगडणार आहे 'उलटे'. 

चित्रपटाची गाणी सुदेश भोसले यांच्या आवाजात ग्रॅव्हिटी स्टुडिओ मध्येच रेकॉर्ड करण्यात आली आणि इथेच संगीत लाँच करण्याचा निर्णय निर्मात्यांनी त्यावेळेचे घेतला. सुदेश भोसले, निर्माते हेमांगिनी पटडिया आणि लेखक-दिग्दर्शक मनोज नाथवानी यांच्यासह ज्येष्ठ अभिनेता अरुण बक्षी, आदि इराणी, मुश्ताक खान, जीत कुमार, फिरोज इराणी, फाल्गुनी रजनी, सचिन पाटील आणि किरण आचार्य हे संगीत लाँचिंग कार्यक्रमात उपस्थित होते. 

योग्य प्रकारे नियुक्त केलेलया  या स्टुडिओमध्ये  सर्व उपस्थितांनी एक अविस्मरणीय संध्याकाळ घालवली.

Tuesday 27 August 2019

Uplifting Society through entertainment, Meet Entrepreneur Ajay Harinath Singh


Entrepreneurship and philanthropy go hand in hand when it comes to the Singh’s & Sons. While being a jury member of the Russian International Family Films festival, In the entertainment sector, Chairman & Managing Director Darwin Platform Group of Companies (DPGC), Ajay Harinath Singh has invested in news media while being the finance backbone to two film production houses from Indias top 5, for 43 films, three of which are Indias most expensive films ever. He has been rightfully bestowed upon the Times Power Men and Young Iconic Entrepreneur Awards, and now he is himself foraying into mainstream commercial content production for cinema, TV, & Web, with his media house headed by DPGC Group COO Dr. Farhad Vijay Arora, also son of film star Vijay Arora & Ex Miss India Dilber Debara.
Of the entire 19 Darwin Platform Group of public listed Companies empire, which is a debt free organisation since inception, and has a asset based turnover of INR 41000Crs, with its presence in Hollywood, Bollywood and Russian films, Darwin Platform Mass Media has a turnover of over INR 289Crs. Providing finance for the entertainment industry at reasonable rates, the company loves to encourage and support good content creation.
Having long associated with Rajiv of Netflix USA, Reshmy of Zee5 & Jay of Zee Entertainment is exciting inspires us to expand our presence to China, Korea, Japan, Czech Republic, Georgia and even setup film cities in India & overseas besides expanding digital distribution platforms for the future says Ajay Harinath Singh. "Our socio economic vision, is to provide a holistic growth to the Indian entertainment industry, and expand it into an organised & secured community, providing employment and fair scope for development of fresh talent, while entertaining and spreading happiness through the masses, hence contributing to the growth of India's GDP" says Haresh Mahapatra DPGC group CFO.
Currently the production house has The Rise of Mangol in post production stages. A mega budget 3 part biopic saga on the life of history's biggest emperor Gengiz Khan. The multilingual film will be released in Hindi, Tamil, English, Telugu and other languages. Along with ready for release parallel cinema peojects like Tera Kya Hoga Lambodar, Azizan and Valet Parking, the company is mulling over the production of the Kangana Ranaut starrer titled Dhaakad, in the pipelines due for release on Diwali 2020 with 3 more films in pre production stages, titled Rickshaw, Lady Luck and en-d-your-ex. "Correct entertainment is the key source of motivation and happines for all, which contributes to the wellbeing of the masses and hence the progress of the nation and humanity as a whole" says Dr. Farhad Vijay Arora.
DPGC will contribute to a paradigm shift in all sectors as it has one of the strongest legal teams headed by Mr.Rohit Jain & Mr.Gaurav Jain. The company has 2 honorary RETD Chief justice of india as advisors and 3 RETD Justice of High court on advisory  Position " says DPGC group CEO Mr. Rahul Ganpule. Darwin platform Govt project Sectors are taken care by Mr Mohammed Anwar Bawla. The diversified  IT & Sales team is headed by Mr. Deepak Jangda , Mr Shiv Charan & Mr Rakesh Vishwakarma.

Aart from creating a storm in the entertainment industry, currently helmed by the multi-faceted Ajay Harinath Singh, has come a long way from their regional banking business from the 1930s to excelling in the fields of mining and oil, shipping logistics and airline, farming, energy, mass media, pharmaceuticals, IT, education, banking and integrated financing, culminating into a debt free conglomerate.
While being considered to be one of the most powerful and influential families in India did not stop Ajay Harinath Singh from working for a number of companies. With a thirst for Indian entrepreneurship, he founded the Darwin Platform Group of Companies , primarily focusing on oil, MiGs, Sukhoi aircrafts and arms & ammunition. The company quickly developed to being a conglomerate specialising in banking, pharmaceuticals, finance, mining, information technology, airline services, and healthcare sectors. He is currently the Chairman of the Darwin Platform Group, owning 96% of the company.
In recent years, Singh has devoted his time to numerous philanthropic endeavours, expanding his charitable activities across oceans! "After being blessed with somuch of success my happines lies in being a medium for society's upliftment and happiness" says Singh. The AHS Food charity was set up in his native India to provide food to homeless and needy and has now opened food kitchens in London (UK) and Philadelphia (US), providing over 3,000 vegetarian meals to the needy! Also, through the Darwin Group branch ‘Corporate Social Responsibility’, he devised a plan and successfully built low-cost hospitals in Latur (Maharashtra) and Bhuj (Gujarat). Raising over Rs. 250 Crore, these hospitals targeted the needs of low-income families in these areas focusing on providing quality and affordable health services. 
Samrat Chatterjee’s birthday party was nothing short of a star-studded affair that saw in attendance actors of the likes of Anangsha Biswas, Jaideep Ahlawat, Anupriya Goenka, Vaibhav Raj Gupta,
Pitobash, Nanda Yadav, Preeti Sood, and Singer Composers Nikhil Dsouza, Shadab Hashmi, Ashim Kemson, Rajesh Roy, etc. The celebs were spotted dancing till the wee hours of the morning while enjoying lip-smacking delicacies at Pind Masala, Andheri West. Check out the adjacent pictures!

Monday 26 August 2019

भारतीय हातमाग विणकारांच्या सबलीकरणासाठी मस्सकली चळवळी द्वारे प्रयत्न शबाना आजमी, भाग्यश्री आणि शर्मिला ठाकरे यांचा पाठिंबा



भारतीय हॅन्डलूम उद्योगाला पुनरुज्जीवित करण्यासाठी आणि पैठणी विणण्याची स्त्रियांची कुशल कारागीरी टिकवून ठेवण्यासाठी श्रद्धा सावंत आणि त्यांची संस्था 'मस्सकली' यांनी मुंबईतील प्रदर्शनात ५०० हून अधिक हॅन्डलूम साड्यांचे प्रदर्शन आयोजित केले होते. प्रसंगी अभिनेत्री शबाना आझमी, अभिनेत्री भाग्यश्री, शर्मिला ठाकरे यांच्या समवेत अनेक हॅन्डलूम चाहते उपस्थित होते. तसेच सोशल मीडिया साडी इंफुलेन्सर ममता शर्मा दास उर्फ बोहोबालिका समवेत अन्य ख्यातनाम व्यक्तींनी देखील येथे उपस्थिती दर्शवली. या सर्वांना, विणकार आणि त्यांच्या कुटूंबियांशी मिसळलेले पाहून तेथील वातावरण खरोखरचं आनंददायी झाले होते. ह्या कार्यक्रमास त्यानी मस्सकलीच्या निवडक अश्या साड्या परिधान केल्या तेव्हा त्यांच्या ह्रदयामध्ये विणकामगिरीचे स्थान किती विशेष आहे हे कळते.


श्रद्धा सावंत यांनी त्यांच्या पैठणीतील दोन विणकरांना प्रोत्साहन देत त्यांच्या विणण्याची प्रक्रिया जाणून घेण्याची संधी पाहुण्यांना मिळावी यासाठी संपूर्ण विणण्याचे वातावरण पुन्हा तयार केले होते. पैठणी साड्यां व्यतिरिक्त बनारसी, चंदेरी, खादी-जमदानी, इकत, झरी, कांजीवरम आणि गढवाल यांसारख्या अनेक हैंडलूम  साड्यांचा यात समावेश होता.

आपल्या संस्थेबद्दल बोलताना श्रद्धा सावंत म्हणतात की, "मस्सकली म्हणजे स्वातंत्र्य, शांतता आणि समृद्धीत झेप घेणारा पक्षी - आणि असच काही मी माझ्या विणकर समाजासाठी कलाकारासाठी अपेक्षा करते. त्यांनी ही ह्या पक्ष्याप्रमाणे उंचच उंच झेप घ्यावी." विणकाम करणाऱ्या समाजाची परिस्थिती किती कठीण आहे यावर भर देताना त्या सांगतात की, “विणकलाकर कमालीचे प्रतिभावान आहेत पण परिस्थितीशी झुंझत आहेत,ह्या सर्वांचा खरेदीदारांशी संपर्क तुटक आहे. ह्या कलाकार महिलांच्या कलेस आमच्याकडून चांगला मोबदला मिळण्यास पात्र आहेत आणि जुन्या विणण्याच्या परंपरागत प्रक्रियेस जिवंत ठेवण्यासाठी त्यांना सक्षम ठेवण्यासाठी योग्य ते प्रयत्न झालेच पाहिजे. 'मस्सकली' त्यांनी निवडलेल्या व्यवसायात त्यांना सुखी आयुष्य जगण्यास मदत व्हावी ह्याच प्रयत्नात आहे.”

ही पारंपरिक विणकाम कला लुप्त होण्याआधी या कलेत नवीन आर्थिक लाट निर्माण व्हावी ही इच्छा व्यक्त करीत श्रद्धा सावंत पुढे म्हणतात की, “आपल्या सांस्कृतिक वारशाचे रक्षण करण्यासाठी ग्रामीण रोजगार पुरवण्यासाठी हॅन्डलूम उद्योग एक प्रमुख उद्योग आहे. 'मस्सकली'च्या माध्यमातून मी दंडात्मक स्थितीत असलेल्या परंपराधारकांनाह्या कलाकारांचे पुनरुज्जीवन करण्याचा प्रयत्न करीत आहे, तसेच भारताच्या गौरवशाली सांस्कृतिक वारसाचे प्रतीक असलेल्या विणकाम कलेला पुन्हा एकदा रुळावर परत आणण्याचा प्रयत्न आहे."

श्रद्धा सावंत, पारंपारिक विणलेल्या साड्या व्यतिरिक्त खास डिझायनर साड्या कशा तयार कराव्यात ह्याचे प्रशिक्षण देखील देतात. ह्या बद्दल सांगताना त्या हसत म्हणलया, “किमान महिन्यातून एकदा आम्ही वैयक्तिकरित्या छोट्या खेड्यांना भेट देऊन विणकरांशी संवाद साधतो. आम्ही त्यांना नवीन डिझाइन्स बद्दल कल्पना देखील देतो. ह्यामुळे त्यांना प्रोत्साहन मिळते नवीन काही करण्याची प्रेरणा मिळते. जेव्हा आपण भारतीय कारागीरांचा सन्मान जपतो तेव्हा आपण स्वतःला मदत करतो. हातमाग केवळ पर्यावरणास अनुकूल नाही; पुनरुज्जीवन ग्रामीण स्थलांतर कमी करते."

प्रख्यात अभिनेत्री शबाना आजमी त्याचे हॅन्डलूम साठी असलेले तीव्र प्रेम व्यक्त करत म्हणतात की, " हॅन्डलूम साठी माझे प्रेम बालपणापासूनच उपजत आहे. आणि माझी आई हि हॅन्डलूम ची संरक्षक होती . मी श्याम बेनेगल यांच्या 'सुस्मान' या बंगाली चित्रपटामध्ये एका विणकाराच्या पत्नीची भूमिका निभावली होती.  त्यावेळी मला या व्यापारातील महिलांची स्थितज कळली आणि पटली होती. महिला विणकरांना सामील करून या प्रक्रियेत सक्षम बनवल्याबद्दल मी श्रद्धाचे मनापासून कौतुक करते.”

आपल्या चिरतरुण सौंदर्यसाठी प्रसिद्ध अभिनेत्री भाग्यश्री ने तिचे पैठणी बद्दलचे प्रेम व्यक्त करत सांगते की, " माझ्याकडे पैठणी साड्या भरपूर आहेत ज्या माझ्या आईने परिधान केल्या आहेत आणि मला आशा आहे की माझी मुलगी त्या परिधान करेल आणि तिचीही मुलगी एक दिवस अगदी साध्या कारणासाठी त्या परिधान करेल - कारण त्या आश्चर्यकारकपणे सुंदर आहेत! ”

त्यांनी एक अतिशय चांगला मुद्दा येथे मांडला जेव्हा त्या म्हणाल्या, “ह्याप्रकाराच्या सुंदर साड्या दागिन्यांसारख्याच अमूल्य आहेत. ह्या कारणास्तव असे म्हणायला हरकत नाही की अश्या साड्या आपल्या प्रत्येक पिढीला वारसा म्हणून भेट हे पण  योग्य ठरेल. या दोन्ही अभिनेत्रींनी फक्त उत्सव निमित्तच नाही तर ह्यांचा वापर दैनंदिन  जीवनात करावा आणि हा विणकरांच्या आयुष्याला नवी गती देणारा असावा यासाठी आवाहन केले.
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These Rains, Keep Your Ears Safe


Rains make us susceptible to a bouquet of diseases such as dengue, malaria, colds… and ear-aches! Yes, rains are the ripe time for many ear-related issues to crop up…
Audiologist-Speech Therapist Devangi Dalal and co-founder of JOSH Foundation agrees, “During monsoon, fungal ear infections are quite commonplace. Such infections may cause painful itches that are aggravated by scratching with cotton swabs and other similar objects, thus resulting in more damage than the infection itself. Remember that fungal infections breed like mushrooms in the monsoons. So in case your ears itch for more than a day, consider consulting a specialist.”
The main area of concern in this monsoon season coupled with humid weather is the beating our immune systems take. “Infections become more common in the rains because our immunities are at their weakest,” avers Dalal. “The key is to boost our immunity by taking proper precautions. So, when you can, choose hot beverages like hot soups and teas to keep yourself warm and also to boost your immune system.”
“It’s easy to be unaware of ear canals getting blocked with trapped ear wax or water, especially with all the assorted aches and pains in this season. Protect your ears and pay your doctor a visit when in pain because fungal ear infections are painful, and require at least 21 days to heal,” she concludes.

Friday 23 August 2019

"जन्मदिवस की बधाइयाँ सुलक्षणा, आपको अभी गोद लिया गया है," आनंद महेंद्रू, पापोन, शेखर सुमन, इस्माइल दरबार ने सबके सामने यह घोषणा की।

यह अक्सर नहीं होता है कि 28 वर्षीय बच्चे अपने जन्मदिन के केक को काटते समय अपने आंसू बहाये। लेकिन अगर आप सुलक्षणा हैं, और 28 साल में अपना पहला जन्मदिन मना रही हैं, वो भी 80 लोगों के परिवार और दोस्तों  के बीच तो आप यकीनन खुशी के आंसू बह ही जाएंगे ।  80 परिवार के सदस्यों ने आपका ध्यान आकर्षित किया होगा ना? हम जिन सदस्यों का उल्लेख कर रहे हैं, वे अनाथ बच्चे हैं जो उन्ही में से एक बच्ची का जन्म दिन का जश्न मनाने के लिए इकठ्ठा हुए थे ।

बच्ची का जन्मदिन समारोह में आनंद महेन्द्रू, शेखर सुमन, पापोन, इस्माइल दरबार, श्रीकांत भारतीय जैसे नामचीन व्यक्ती उपस्थित थे और यह संभव हुआ एक खूबसूरत जोड़ी सारीका गगन और गगन महोत्रा की वजह से । 

सुलक्षणा  ने अपनी खुशी को व्यक्त करते हुए कहा, "मैं वास्तव में इस क्षण से बहुत अभिभूत हूँ। मुझे और मेरी बहन को एक चिठ्ठी के साथ  बचपन में ही छोड दिया था, ऊस चिट्ठी में केवल हमारा नाम और जन्मदिन की तारिखे लिखी थी।  28 साल में मेरा जन्मदिन पहली बार मनाया गया है ।"

सुलक्षणा ने आज अपने जीवन को अपने जैसे अनाथ बच्चों के लिए समर्पित कर दिया है जो बड़े होने पर अनाथालयों से बाहर आते हैं कई बार सड़कों पर भीख मांगने के लिए मजबूर हो जाते हैं, सुलक्षणा उनकी मदद करती है लेकिन उसे उम्मीद नहीं थी कि 28 साल की उम्र में, उसे युवा दंपति सारिका और गगन महोत्रा द्वारा अपनाया जाएगा और जीवनभर के लिए उसका हाथ थामने का वादा किया । 

"ये काफी ख़ुशी की बात लगती है," अति भावुक सुलक्षणा ने अपनी भावना व्यक्त की। सारिका और गगन महोत्रा ने कहा, "हमने वही किया जो हमें ठीक लगा  हमारे इस फैसल में कुछ भी असाधारण नही है। हमने बस हमारे दिल कि बात समझी और यह किया।" 

फिल्म निर्माता आनंद महेंद्रू अपनी भावनाओं को साझा करने के लिए न केवल अंधेरी के अपने चंपक स्टूडियो को इस कार्यक्रम के लिये खोल दिया, बल्कि अपने दोस्तों को भी बच्चों के साथ जुड़ने और उनका स्वागत करने के लिए आमंत्रित भी किया। भावुक आनंद महेंद्रू कहते हैं, "यह बहुत सुंदर लगता है जब  इस तरह की पहल की जाये और इस कंक्रीट के जंगल में एक प्यार भरा घर बन जाये है । ऐसी और पहल होनी चाहिए और हम सभी को तहे दिल से भाग लेना चाहिए।" शेखर सुमन, पापोन, श्रीकांत भारतीय और इस्माइल दरबार, जिन्होने इस बातचीत के दौरान समर्थन दिया।


Thursday 22 August 2019

आशा भोसले ने ज़नाइ भोसले और रजिता कुलकर्णी के साथ श्री श्री रवि शंकर का आभार व्यक्त करते हुए गीतों की घोषणा की।

  
 महान गायिका पद्मविभूषण आशा भोसले और उनकी नातिन ज़नाइ भोसले एवं गीतकार रजिता कुलकर्णी के साथ उनके नए गीतों की घोषणा अँधेरी पश्चिम के प्रख्यात पंचम स्टूडियो में की गयी।आध्यात्मिक और मानवतावादी गुरु श्री श्री रविशंकर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए इनकी रचना की गयी है। इस दौरान दो गानों की घोषणा की गयी, जिनमेंसे एक गाना आशा भोसले ने और दूसरा गाना ज़नाइ ने गाया है।  

 श्री श्री रविशंकर को गानों के बारे में पता है ? यह प्रश्न पूछे जाने पर आशा भोसले ने कहा, "मैंने गुरुदेव से गानों के बारे में अभी तक बात नहीं की है, लेकिन मैं उनसे कई बार मिल चुकी हूं। उनके अन्य सभी अनुयायियों की तरह मैं भी उनकी प्रिय हूँ। ”  इन गांनो को गाने का निर्णय क्यों लिया, यह बताते हुए उन्होने कहा, “सभी गाने रोमांस या प्यार के बारे में नहीं होते हैं, अन्य भावनाएँ भी होती हैं, विशेष रूप से वे जो हमें ईश्वर से जोड़ती हैं। और यह गीत गुरुदेव के प्रति आभार गीत हैं और हमें ईश्वर से भी जोड़ती हैं।” आशा भोसले ने दोनो गानों को संगीतबद्ध भी किया है।


यह पहली बार नहीं है जहाँ ज़नाइ भोसले ने अपनी दादी का गाने में साथ दिया है बल्कि इससे पहले भी कई देशों में उनके साथ कॉन्सर्ट कर चुकी है। ज़नाइ भोसले ने इस गाने के बारे में और अपनी दादी के प्रति प्यार व्यक्त करते हुए कहा, “यह गीत मेरे दिल के बहुत करीब है। हम देशभर में प्रोफेशनली परफॉर्म करते हैं, लेकिन जब हम घर वापस आते हैं, तो मेरी वही दादी बन जाती है जो मेरे लिए मेरे पसंदीदा पकवान बनाती है ... कुछ भी नहीं बदलता है",  युवा प्रतिभावान गायिका ने भी श्री श्री रविशंकर के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि मैं खुदको "सौभाग्यशाली" मानती हूँ की मुझे उनके लिए गाने का मौका मिला।

अध्यात्म के लिए उनके मिलते-जुलते विचार के अलावा, दादी-पोती की जोड़ी ने एक स्नेहपूर्ण बंधन को भी साझा किया हैं। “ज़नाइ  मुझे बिल्कुल परेशान नहीं करती है। वो बहुत स्वादिष्ट खाना बनाती है और मुझे बहुत प्यार से खिलाती भी है। वह हमारी सभ्यता से बड़ी अच्छी तरह से वाकिफ है। हमारे पूरे परिवार को एक साथ बांधती है। सात साल की कोमल आयु से ही ज़नाइ भारतीय शास्त्रीय नृत्य और शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण लेती आयी है और अब  वह पश्चिमी ओपेरा भी गाती है। अभी वास्तव में वो केवल १७ वर्ष की है और अपनी  पढाई के साथ संगीत प्रशिक्षण भी ले रही है। ”

Wednesday 14 August 2019

रोहित वर्मा ने किया आयएसीए २०१९ 'फेस्टिवल ऑफ इंडिया' अटलांटा में भारत का नाम ऊंचा।


इंडियन अमेरिकन कल्चरल एसोसिएशन (IACA), अटलांटा द्वारा आयोजित किए गए २४ वे फेस्टिव्हल ऑफ इंडिया समारोह में, डिजाइनर रोहित वर्मा ने अपने प्रमुख फैशन शो के लिए वाह वाह पायी। महोत्सव के इस संस्करण में रोहित वर्मा द्वारा रनवे पर की प्रस्तुति सफल रही, विशेष रूप से महोत्सव के IACA चेयरपर्सन डॉ. (श्रीमती) पॅडी शर्मा आंतरराष्ट्रीय डिजाइनर रोहित वर्मा के फैशन शो की शुरुआत करने  रनवे पर चली।


आनंदित रोहित वर्मा कहते हैं की, “भगवान कृष्ण ने मुझे जो भी अवसर दिए हैं, उसके लिए मैं उनका सदा आभारी हूं। मैं डॉ. पॅडी शर्मा का शुक्रागुजर हू कि उन्होने मेरी इस फॅशन शो की शुरुआत की और रन वे पर चली, और सच मानो  तो वास्तव में सभी को उन्होने मंत्रमुग्ध कर दिया। ”

रोहित वर्मा २०१९ के इस फेस्टिवल ऑफ इंडिया 'में शो के असली सितारे थे; उन्होंने न केवल अपनी चकाचौंध भरे कलेक्शन दिखाए, बल्कि एक शानदार फैशन शो सादर किया। इस कार्यक्रम के लिए  IACA चेयरपर्सन श्रीमती डॉ पॅडी शर्मा,  श्री एनी अग्निहोत्री और फैशन इवेंट के सह-समन्वयक  किरण अग्निहोत्री भी उपस्थित थी। IACA अटलांटा में भारतीयों का सबसे बड़ा और सबसे पुरानी नफा रहित संस्था है और पिछले २३ वर्षों से वे फेस्टिव्हल ऑफ इंडिया का आयोजन कर रहे हैं।

इस महोत्सव का अध्याय पूरे दिन सांस्कृतिक गतिविधियों से भरा था और अटलांटा के भारतीय वाणिज्य दूतावास एवं स्थानीय राजनेता इतना ही नही, जॉर्जिया के ३००० से अधिक लोग यहां उपस्थित थे।

Monday 12 August 2019

Brothers Aditya Roy Kapur, Siddharth Roy Kapur laud Kunaal Roy Kapur’s film Mushkil - Fear Behind You, Directed by Rajiv S Ruia, Produced by Ravinder Jeet Dariya


Revered producer Siddharth Roy Kapur and teen heartthrob Aditya Roy Kapur, along with their parents Salome and Roy, and Kunaal’s wife Shayonti, came together to attend the premiere of Kunaal’s loverboy debut movie Mushkil - Fear Behind You. The two brothers proudly walked alongside Kunaal and family, and gave everyone family goals!

”My family has always been supportive but they are critics. But I am glad we watched the film together and they loved it! People who love horror should surely watch Mushkil.” said Kunaal Roy Kapur. Mother Salome admitted she loved the ending whereas Shayonti Roy Kapur loved Kunaal the romantic, “I’m terrified of the horror genre but I loved the story in it.”

The joy and pride on the faces of Kunaal's wife, and the brothers' parents was there for all to see, especially since Kunaal was stepping into younger brother Aditya's romantic hero territory for the first time. 

Considering their busy schedules, one might think it would be ‘mushkil’ to catch the three brothers together, but love makes anything possible!

Monday 5 August 2019

तंबाखू विरोधी जागरूकता अभियान

डॉ. अनिल काशी मुरारका ने  एम्पल मिशन संस्था की और से  एक अनुठी मुहीम चलाई।  जनसामान्य लोगों के बीच तंबाकू के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाना इस मुहीम का मकसद था। अनिल काशी मुरारका और उनकी  टीम के सदस्य  इस मुहीम  को यशस्वी बनाने के लिये मुंबई की सड़कों  पर उतरे, अलग अलग लोगो से मिले, उनके साथ बातचीत की , उन लोगों के जीवन के विभिन्न पहलुओं को जानने की  कोशिश की और अंत में उन्होंने विनम्रतापूर्वक उनसे धूम्रपान छोड़ने और तंबाकू उत्पादों का उपयोग करने से बचने का अनुरोध किया।

डॉ. अनिल काशी मुरारका ने कहा, “भारत में तंबाकू का उपयोग एक गंभीर समस्या है। शिक्षा का अभाव और उचित मार्गदर्शन की कमी, सहकारी दबाव और बच्चों में  गलतफहमी, तनाव और अन्य तम्बाकू उत्पादों और विज्ञापनो से  नए  लोग तंबाकू के उपयोग के लिए आकर्षित होते हैं ।और कई वर्षों से उनके उपभोग और दुरुपयोग में लगातार वृद्धि हो रही है । मुझे लगता है कि लोगों को शिक्षित करने का मतलब है कि वे स्वयं खुद की मदद कर सकते हैं

Ashish Shelar unveils Sangeeta Babani’s ‘Joyful Moments’, An Art Installation At Otters Club in the presence of Preeti Jhangiani, Jaswinder Singh, Swapna Mhatre, Vikram Rao, Samir and Dipalee Date



Sangeeta Babani, a distinguished artist also known for her art on cars, has conceptualized and created a unique mixed media 10 feet by 5 feet artwork. The said artwork, aptly titled ‘Joyful Moments’, was completed in a short span of just 3 months! Sangeeta has used various mediums in the said artwork, including wood, metal, sculpture paste et al, depicting the goings-on of the Otters Club. 


With two inch moulded frames, Sangeeta Babani’s exhibit has been installed on the 1st Floor of Otters Club, the area catering to the most elite crowd of Bandra! The painting was unveiled over high tea with esteemed guests from different walks from life. Besides Chief Guest Hon’ble Minister for School Education, Sports & Youth Welfare of Maharashtra Ashish Shelar, Corporator Swapna Mhatre, Actor Preeti Jhangiani, Ghazal singers Jaswinder Singh, Samir and Dipalee Date, Vikram Rao, Akshay and poet Chand were spotted at the exquisite art affair.


Artist Sangeeta Babani, raised in Spain and settled in Mumbai, has studied Arts in Spain, a country rich in art and culture. Being a proud Indian, the immense cultural diversity of India is naturally ingrained in her and has influenced her immensely! “With this art installation, I aim to encourage the younger lot to follow their creativity and passion,” she avers.

Friday 2 August 2019





Dhvani Parag Dalal, daughter of Audiologist-Speech Therapist Devangi Dalal, is representing India in the International Folk Dance Competition held at Istanbul, Turkey. Participating in the International Culture & Art festivities where dancers from over 28 countries are participating, Dhvani has made India proud. Kudos to her!